एम.ओ.एम.एस.एम.ई. खादी कारीगर बीमा योजना 2025 – पूरी जानकारी हिंदी में
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एम.ओ.एम.एस.एम.ई. खादी कारीगर बीमा योजना 2025 – पूरी जानकारी हिंदी में
एम.ओ.एम.एस.एम.ई. (M-O-MSME) द्वारा खादी कारीगरों (स्पिनर और बुनकरों) के लिए एक समूह बीमा योजना शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य खादी क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।
यह योजना खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के सहयोग से चलाई जाती है।
टेबल 1: योजना का अवलोकन (Overview)
योजना का नाम | एम.ओ.एम.एस.एम.ई. खादी कारीगर बीमा योजना |
---|---|
शुरू करने वाला विभाग | सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) |
संचालन संस्था | खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) |
बीमा प्रदाता | भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) |
योजना वर्ष | 2025 |
🛡 टेबल 2: बीमा लाभ (Insurance Benefits)
घटना | बीमा राशि |
---|---|
प्राकृतिक मृत्यु | ₹20,000 |
दुर्घटना में मृत्यु | ₹50,000 |
पूर्ण विकलांगता (दो अंग/आंखें) | ₹50,000 |
आंशिक विकलांगता (एक अंग/आंख) | ₹25,000 |
📚 टेबल 3: छात्रवृत्ति लाभ
कक्षा | राशि (प्रति तिमाही) | अधिकतम बच्चे |
---|---|---|
9वीं – 12वीं | ₹300 | 2 |
👤 टेबल 4: पात्रता मानदंड
मापदंड | विवरण |
---|---|
आयु सीमा | 18 – 59 वर्ष |
व्यवसाय | खादी कारीगर (स्पिनर/बुनकर) |
सदस्यता | मान्यता प्राप्त उद्यम समूह का सदस्य |
समूह में सदस्य संख्या | कम से कम 25 |
📝 टेबल 5: आवश्यक दस्तावेज
दस्तावेज का नाम | विवरण |
---|---|
आधार कार्ड | पहचान व उम्र प्रमाण |
आय प्रमाण पत्र | सरकारी अधिकारी से प्राप्त |
व्यवसाय प्रमाण | खादी संस्था से |
बैंक डिटेल | आधार लिंक खाता |
मृत्यु प्रमाण | मूल प्रति |
विकलांगता प्रमाण | जिला चिकित्सा अधिकारी से |
📌 टेबल 6: आवेदन की प्रक्रिया (Steps)
चरण | विवरण |
---|---|
1 | मृत्यु प्रमाण पत्र LIC को जमा |
2 | दुर्घटना में पुलिस रिपोर्ट जमा |
3 | कागजात LIC शाखा को भेजना |
4 | लाभार्थी को पेमेंट |
5 | राज्य सरकार को सूचना |
📅 टेबल 7: योजना की प्रमुख तिथियां (यदि लागू हों)
विवरण | संभावित समय |
---|---|
योजना लागू | अप्रैल 2025 |
नामांकन की अंतिम तिथि | 31 दिसंबर 2025 |
छात्रवृत्ति वितरण | हर तिमाही |
🏫 टेबल 8: छात्रवृत्ति पात्रता शर्तें
मापदंड | विवरण |
---|---|
बच्चे की कक्षा | 9वीं से 12वीं |
स्कूल | मान्यता प्राप्त |
छात्र संख्या | अधिकतम 2 |
🏢 टेबल 9: योजना संचालक संस्थाएं
कार्य | संस्था |
---|---|
संचालन | KVIC |
वित्त पोषण | MSME मंत्रालय |
बीमा सेवा | LIC |
📈 टेबल 10: योजना का प्रभाव
क्षेत्र | प्रभाव |
---|---|
सामाजिक सुरक्षा | उच्च स्तर की सहायता |
शिक्षा | बच्चों को मदद |
आत्मनिर्भरता | बढ़ावा |
ग्रामीण विकास | सशक्तिकरण |
💬 टेबल 11: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न | उत्तर |
---|---|
क्या योजना में प्रीमियम देना होता है? | नहीं, सरकार वहन करती है |
क्या महिला कारीगर लाभ ले सकती हैं? | हाँ |
छात्रवृत्ति कितने बच्चों को मिलती है? | अधिकतम 2 |
आवेदन कहां करें? | नजदीकी खादी संस्था के माध्यम से |
📊 टेबल 12: योजना के लाभों की तुलना अन्य योजनाओं से (संक्षेप में)
योजना नाम | बीमा कवर | छात्रवृत्ति | लाभार्थी वर्ग |
---|---|---|---|
खादी कारीगर योजना | ₹50,000 तक | हाँ | कारीगर |
पीएम जीवन ज्योति बीमा | ₹2 लाख | नहीं | आम नागरिक |
पीएम सुरक्षा बीमा | ₹2 लाख | नहीं | सभी |
🔎 टेबल 13: योजना की निगरानी प्रक्रिया
क्रिया | संस्था |
---|---|
दावे की समीक्षा | LIC |
डेटा अपलोड | KVIC पोर्टल |
रिपोर्टिंग | MSME मंत्रालय |
पारदर्शिता जांच | राज्य सरकारें |
📍 टेबल 14: योजना के प्रमुख लाभ का सारांश
लाभ प्रकार | सीधा लाभार्थी | माध्यम |
---|---|---|
मृत्यु/दुर्घटना बीमा | कारीगर/परिवार | LIC द्वारा |
छात्रवृत्ति | बच्चों को | बैंक खाता द्वारा |
रोजगार सुरक्षा | कारीगर | समूह सदस्यता द्वारा |
💡 टेबल 15: योजना से जुड़ी ज़रूरी सुझाव
सुझाव | लाभ |
---|---|
सभी दस्तावेज समय पर तैयार रखें | जल्दी दावा |
खादी संस्था से नियमित संपर्क | योजना अपडेट |
बच्चों को स्कूल में दाखिला रखें | छात्रवृत्ति सुनिश्चित |
योजना की जानकारी औरों को दें | जागरूकता बढ़ेगी |
भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में ग्रामीण विकास और पारंपरिक उद्योगों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। विशेष रूप से खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्र ने न केवल स्वदेशी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया, बल्कि लाखों कारीगरों को आजीविका का साधन भी उपलब्ध कराया। ऐसे ही खादी कारीगरों के सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) द्वारा एक विशिष्ट बीमा योजना शुरू की गई है – एम.ओ.एम.एस.एम.ई. खादी कारीगर बीमा योजना 2025।
यह योजना खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के माध्यम से संचालित होती है और इसमें बीमा कवर की सुविधा भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा दी जाती है। इस लेख में हम इस योजना की सभी जरूरी जानकारियाँ विस्तार से देंगे, जैसे – उद्देश्य, लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज और अन्य जरूरी बातें।
🧭 योजना का उद्देश्य
एम.ओ.एम.एस.एम.ई. खादी कारीगर बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य खादी उद्योग से जुड़े कारीगरों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। कारीगरों के जीवन में आने वाली अनिश्चित परिस्थितियों जैसे – प्राकृतिक मृत्यु, दुर्घटना या विकलांगता की स्थिति में उनका परिवार किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी से न जूझे, इसके लिए यह योजना मददगार साबित होती है।
इस योजना के तहत न सिर्फ जीवन बीमा और दुर्घटना बीमा का लाभ मिलता है, बल्कि कारीगरों के बच्चों को शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है। यह एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा योजना है
✅ मुख्य लाभ
लाभ | राशि |
---|---|
प्राकृतिक मृत्यु पर | ₹20,000 |
दुर्घटना में मृत्यु पर | ₹50,000 |
स्थायी अपंगता (दो अंग/दो आंखें) | ₹50,000 |
आंशिक अपंगता (एक आंख/एक अंग) | ₹25,000 |
छात्रवृत्ति | ₹300 प्रति तिमाही (9वीं-12वीं तक, अधिकतम 2 बच्चे) |
📌 पात्रता (Eligibility)
-
आवेदक खादी उद्योग से संबंधित होना चाहिए।
-
उम्र 18 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
-
किसी मान्यता प्राप्त व्यवसायिक समूह (Enterprise Group) का सदस्य होना चाहिए।
-
समूह में कम से कम 25 सदस्य अनिवार्य हैं।
📝 आवेदन की प्रक्रिया
-
मृत्यु प्रमाण पत्र संबंधित खादी संस्था के माध्यम से LIC को जमा करें।
-
दुर्घटनाजन्य मृत्यु की स्थिति में पुलिस रिपोर्ट भी आवश्यक है।
-
एलआईसी शाखा में क्लेम जमा करें और जरूरी दस्तावेज संलग्न करें।
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भुगतान लाभार्थी को सीधे पेयी चेक या बैंक ट्रांसफर के माध्यम से किया जाएगा।
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राज्य सरकार को इसकी सूचना भेजी जाएगी।
📃 जरूरी दस्तावेज
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आयु प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी)
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आय प्रमाण पत्र
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व्यवसाय का प्रमाण (जैसे खादी संस्था से प्रमाणन)
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आधार कार्ड
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बैंक खाता विवरण (आधार से लिंक)
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मृत्यु या अपंगता प्रमाण पत्र (प्रासंगिक स्थिति में)
🎓 छात्रवृत्ति का लाभ
इस योजना के अंतर्गत खादी कारीगरों के 9वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले अधिकतम 2 बच्चों को ₹300 प्रति तिमाही की छात्रवृत्ति दी जाती है। यह राशि शिक्षा को बढ़ावा देने और आर्थिक सहायता के रूप में दी जाती है।
🔍 महत्वपूर्ण बातें
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यह योजना विशेष रूप से खादी क्षेत्र में कार्यरत कारीगरों के लिए है।
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बीमा योजना का लाभ केवल पंजीकृत और मान्यता प्राप्त समूह के सदस्यों को ही मिलेगा।
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LIC द्वारा सभी दावों की जांच और भुगतान की प्रक्रिया पारदर्शी रूप से की जाती है।
External High Authority Linking:
विश्वसनीय सरकारी वेबसाइटों से लिंक करें:
स्रोत | लिंक |
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MSME India | https://msme.gov.in |
KVIC Official Website | https://kvic.gov.in |
LIC Group Schemes | https://licindia.in |
India.gov.in Schemes | https://www.india.gov.in |
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